शादी के लिए योग्य वर/वधु की तलाश के शुरू होते ही अक्सर एक और वाक्य सुनाई देने लगता हैं – लड़की मांगलिक हैं लड़का मांगलिक ही ढूँढना! इस एक शब्द “मांगलिक” को एक हौव्वे की तरह समाज के सामने रख दिया गया हैं. हो सकता हैं आप अपने लिए या अपने किसी परिजन की शादी के समय […]
चाहे आप किसी भी धर्म में आस्था रखते हों, हम में से ज्यादातर इस बात पर तो यकीन रखते ही हैं की हमारे चारों और कोई अदृश्य शक्ति तो हैं। कभी शाश्वत सत्य की खोज, कभी ग्रह-नक्षत्रों की गणना, कभी आत्मा की यात्रा की खोज, कभी अनेकानेक अनुत्तरित आध्यात्मिक चमत्कारिक घटनाओं का मंथन कर के […]
संसार से भागे फिरते हो…भगवान् को तुम क्या पाओगे इस लोक को भी अपना न सके…उस लोक में भी पछताओगे 1964 में आयी फिल्म चित्रलेखा का यह गीत संन्यास की सार्थकता पर एक गहरा मन-मंथन प्रस्तुत करता हैं। ईश्वर कण-कण में हैं तो उसकी खोज के लिए संसार छोड़ने की क्या आवश्यक्ता हैं? सब छोड़ […]
अपनी ही उलझनों में फिरें भरमाया.. दुःख के वेश में आया हैं सुख! मेरे मन तूं पहचान ना पाया…” ‘होनी हो कर रहती हैं कोई शक्ति इसे बदल नहीं सकती’ सुना हैं न ये ? पर किसको कहते हैं ‘होनी’… किस्मत को? और.. किस्मत मतलब ? ‘जो कुछ हमारे साथ हो रहा हैं… वही तो […]
पृथ्वी से लाखों करोड़ो मील दूर स्थित ग्रह मेरे जीवन को प्रभावित कर रहे हैं! कैसे..? मैं कितनी भी कड़ी मेहनत करूँ, मैं अपने कार्य में कितना भी कुशल क्यों न हूँ, ग्रह निर्धारित करेंगे कि मुझे सफल होना हैं या असफल..? मेरे रोग ग्रहों की वजह से हैं! मेरे संबंधों में कड़वाहट ग्रहों की वजह […]