परवरिश (Parenting)

कैसे चुनें सही चाइल्ड साइकोलोजिस्ट?

मुझे लगता है कि मेरे बच्चे के साथ कुछ ऐसी उलझनें हैं जिन्हें सुलझाने के लिए मुझे मदद की जरुरत है। मुझे चाहिए कोई ऐसा जिससे मैं खुल कर अपनी बात कह सकूँ..कोई ऐसा जो मुझे और मेरे बच्चे को गलत न समझे. जो मेरी मुश्किल को मेरी नाकाबिलियत न समझे। कोई ऐसा जो मुझे […]

परवरिश (Parenting)

कुछ बातें जो चाइल्ड साइकोलोजिस्ट चाहते हैं कि आप जानें।

हमारे समाज में बच्चों के व्यवहार के लिए परिवार और खास तौर पर माँ को सीधे-सीधे जिम्मेदार माना जाता है। बच्चे के व्यवहार में एक बात ज़रा ऊपर-नीचे दिखी और हर कोई आपकी परवरिश पर सवाल खड़े करने लगता है। जब भी बच्चे अस्वाभाविक व्यवहार करते हैं तब आमतौर पर सुनने को मिलते हैं कुछ […]

परवरिश (Parenting)

मम्मा मुझे स्कूल नहीं जाना..!!

“नहीं नहीं मम्मा मुझे नहीं जाना स्कूल… वहाँ तो कितने सारे लोग होंगे ना” कह के नन्ही गुड़िया माँ की गोद में दुबक गयी। पर बेटा स्कूल तो सब बच्चे जाते हैं वहाँ आपको बहुत मज़ा आएगा… वहां पर खूब खिलौने होंगे…वहां पर.. “नहीं मम्मा… मुझे डर लगता हैं… मुझे कहीं नहीं जाना… मुझे बस […]

परवरिश (Parenting)

पापा आप मुझसे हार जाओ ना…!

शाम को ऑफिस से आये पापा की गले में बाहें डाल झूल गयी नन्ही गुड़िया “पापा चलो न कैरम खेलते हैं….” अच्छा अच्छा थोड़ी देर रुको, अभी खेलते हैं। 15 मिनट बाद ही गेम शुरू हो गया था पर ये क्या 10 मिनट भी नहीं चला खेल तो! पापा!! आपने मुझे हराया क्यों!!! मैं नहीं […]

परवरिश (Parenting)

“कहानियाँ…” बस कहानियाँ नहीं होती !

‘कहानियाँ’…वही, जिनसे आपके नन्हें मुन्नों को बहुत प्यार होता हैं…और जिनके बिना नींद ही नहीं आती. कहानियाँ कुछ ऐसी दिखती हैं – हँसने खिलखिलाने की बातें…सपनीली दुनिया की सैर…! पर वास्तव में कहानियाँ रच रही होती हैं – आपके बच्चे की सोच! आपके बच्चे का दृष्टिकोण ! कहानियाँ…bed time stories ! कहानियों को मामूली ना […]

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